http://www.blogger.com/post-edit.g?blogID=3696472272149942768&postID=6864524770901818721मिंदर के गिलयारे में भित्ति चित्र....जो वषांे से होती पुताई से दब गये थे जिन्हें अब सफाई व सावधानी से रसायन से धोकर वािपस उसी रुप मे लाया गया।मिंदर के पट्ट मे उकेरा लेख....जिसमें लिखा है कि रानी च्ज्ञौहान अपने पीहर से यह मूिर्त साथ लाई थी फिर मंिदर बनवाया गया थ।
lajwaab ....
जवाब देंहटाएंिकरण राजपुरोिहत िनितला ji
जवाब देंहटाएंaapki wajah se hame bahut hi achi jaankari mil jati hai...
jinke bare hum soch bhi nahi sakte...
thanks again....